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Wednesday, February 26, 2020

Inkpot news: भारत के वीर सपूत चंद्रशेखर आजाद को सत सत नमन

Inkpot news: भारत के वीर सपूत चंद्रशेखर आजाद को सत सत नमन: भारत के वीर सपूत चंद्रशेखर आजाद को सत सत नमन

भारत के वीर सपूत चंद्रशेखर आजाद को सत सत नमन

भारत के वीर सपूत चंद्रशेखर आजाद को सत सत नमन 

Inkpot news: कथा / चिंता से कोई भी काम मुश्किल हो जाता है मन शा...

Inkpot news: कथा / चिंता से कोई भी काम मुश्किल हो जाता है मन शा...: कथा / चिंता से कोई  भी काम मुश्किल हो जाता है मन शांत रहेगा तो हर काम आसानी  से पूरा  हो जाता है | . राजा अपने राज्य के काम काज और श...

Tuesday, February 25, 2020

कथा / चिंता से कोई भी काम मुश्किल हो जाता है मन शांत रहेगा तो हर काम आसानी से पूरा हो सकता है



कथा / चिंता से कोई  भी काम मुश्किल हो जाता है मन शांत रहेगा तो हर काम आसानी  से पूरा  हो जाता है |

. राजा अपने राज्य के काम काज और शत्रुओ की वजह से चिंतित रहने लगा तो उसके गुरु ने कहा कि तुम ये राजपाठ, महल मुझे दे दो और मेरे महल में रह कर नौकरी करो और राज्य की देखभाल करो|

जीवन मंत्र =अगर हम किसी वजह से चिंतित हैं तो हमें कोई सरल काम भी मुश्किल लगता हैं इस संबंध मे एक लोक कथा प्रचलित है। कथा के अनुसार पुराने समय में एक राजा के राज्य मे अकाल पड़ा। इस वजह से प्रजा ने राजा को कर नही दिया। राजकोष भी खाली हो रहा था। उसके शत्रु मौका पाकर उसके राज्य पर अधिकार करने की योजना बना रहे थे. और उसके मंत्री भी उसके खिलाफ योजना बना रहे थे इन सब विपरीत बातो की वजह से राजा बहुत परेशान रहने लगा था। उसकी समझ मे नही आ रहा था कि वह इस परेशानी को कैसे दूर करें। 

.चिंतित राजा अपने गुरु के पास गया और सारी बात बता दी। 
गुरु राजा की परेशानी समझ गए। उन्होंने राजा से कहा कि आप अपना पूरा राजपाठ मुझे सौप दो और एक सामान्य इंसान की तरह हो जाओगे तो तुम्हारी सारी चिंता खत्म हो जाएगी 
.राजा इस बात के लिए तैयार हो गया और उसने पूरा राजपाठ गुरु को सौंप दिया। गुरु ने राजा से कहा कि अब आप मेरे राज्य मे नौकरी कर लो महल मे रहो और मेरे राज्य की देखभाल करो। मैं तो संन्यासी हूँ। मुझे राज्य चलने का अनुभव नही है मै अपने आश्रम मे ही रहुँगा. लेकिन तुम यहां रहकर मेरे राज्य का पालन करो। राजा प्रसन्न हो कर इस काम के लिए तैयार हो गया। 
.अगले दिन राजा चिंता मुक्त था, क्योंकि अब वह सिर्फ एक नौकर था। उसे अपने गुरु के राज्य का संचालन करना था। वह प्रसन्न हो कर राज्य को अच्छी तरह चलने लगा। काम पहले की तरह था, लेकिन अब उस पर कोई भी अतिरिक्त जिम्मेदारी नही थी। कुछ महीनों के बाद महल मे गुरु जी का आगमन हुआ। राजा ने गुरु को  बताया कि अब आपका राज्य बहुत अच्छी स्थिति मे है राजकोष मे भी धन की कमी नही है और शत्रुओ को भी शांत कर दिया गया है और प्रजा का पालन सही ढंग से हो रहा है। 

गुरु ने राजा की बात सुनी और कहा कि आप ये काम पहले भी कर सकते थे। लेकिन उस समय आप चिंताओ मे घिरे थे। चिंता की वजह से ही ये काम तुम्हे मुश्किल लग रहा था। जब तुम्हारी चिंताए दूर हो गई तो तुमने ये काम बहुत ही आसानी से सभांल लिया। 

अगर हम सुखी और सफल जीवन चाहते है तो हमें चिंता मुक्त रहना होगा खुश रह कर अपना काम करना होगा यही जीवन है और यही जीवन मंत्र ख़ुशी और चिंता मुक्त मानव 




Friday, February 21, 2020

हिम्मतखान


  • पन्ना  प्रकृति  की  दी हुई  एक ऐसी  जगह जहाँ आप  आकर  देख  सकते  है  प्रकृति  की  खूबसूरती   पर्वत पहाड़  जंगल   बो  कहते  है  ना  खुदा  ने  दुनिया  को  बहुत  खूबसूरत  बनाया  है  उनमे  से  एक  जगह  पन्ना  भी  है जहाँ  आप  देख  सकते  है  राजाओं  के  समय  बने  हुए  मंदिर   पन्ना  दुनिया  में  अपनी  एक  अलग  पहचान  भी  रखता  है  जिसे  हम  हीरा  कहते  है  दुनिया का   सबसे  बेश कीमती  हीरा  पन्ना  में  पाया जाता  है....... 

जिन्दगी लाइफ प्यार घर जीवन

जिन्दगी लाइफ प्यार घर जीवन जिन्दगी लाइफ प्यार घर जीवन बचपन एक ऐसा दौर है जिसको हम बड़े प्यार से पीछे मुड़ कर देखा करते हैं। वो ऐसा वक्त ...